BlackRock के विवेक पॉल ने 2025 में मार्केट वोलेटिलिटी, टैरिफ और ग्लोबल चुनौतियों पर चर्चा की। जानें भारत का लॉन्ग-टर्म स्टोरी और नजदीकी चुनौतियों के बारे में। Hinglish में पूरी जानकारी।
Introduction:
BlackRock इन्वेस्टमेंट इंस्टीट्यूट के विवेक पॉल ने हाल ही में 2025 में मार्केट वोलेटिलिटी, टैरिफ और ग्लोबल मार्केट चुनौतियों पर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि आने वाले 20 सालों में चीन और दूसरे डेवलप्ड मार्केट्स में वर्किंग एज पॉपुलेशन की कमी होगी, जो इकोनॉमी पर बड़ा असर डालेगी। लेकिन भारत का लॉन्ग-टर्म स्टोरी अभी भी मजबूत है। आइए जानते हैं कि पिछले 6 महीनों में क्या हुआ और आगे क्या हो सकता है।
भारत का लॉन्ग-टर्म स्टोरी (India’s Long-Term Story):
विवेक पॉल के मुताबिक, भारत हमेशा से ही एक बेहतरीन लॉन्ग-टर्म स्टोरी रहा है। इक्विटी मार्केट्स के शुरुआत से ही भारत 5 से 10 साल के लिए एक बेहतरीन इन्वेस्टमेंट ऑप्शन रहा है। COVID के बाद की K-शेप्ड रिकवरी ने पूरी दुनिया को फायदा पहुंचाया, और भारत भी इससे अछूता नहीं रहा।
पिछले 6 महीनों में क्या हुआ? (What Went Wrong in the Last 6 Months?):
पिछले 6 महीनों में मार्केट में साइक्लिकल डायनामिक्स और स्ट्रक्चरल चैलेंजेस ने असर डाला है। ग्लोबल मार्केट में टैरिफ और ट्रेड वॉर्स के चलते इन्वेस्टर्स को नई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। इसके अलावा, डेवलप्ड मार्केट्स में वर्किंग एज पॉपुलेशन की कमी भी एक बड़ी समस्या बनकर उभरी है।
2025 में क्या हो सकता है? (What to Expect in 2025?):
2025 तक ग्लोबल मार्केट में वोलेटिलिटी बढ़ सकती है। टैरिफ और ट्रेड पॉलिसीज में बदलाव के चलते इन्वेस्टर्स को सतर्क रहने की जरूरत होगी। हालांकि, भारत जैसे इमर्जिंग मार्केट्स में यंग पॉपुलेशन और ग्रोथ पोटेंशियल के कारण अवसर बने रहेंगे।
FAQs (Frequently Asked Questions):
- 2025 में मार्केट वोलेटिलिटी क्यों बढ़ेगी?
ग्लोबल ट्रेड वॉर्स, टैरिफ और वर्किंग एज पॉपुलेशन की कमी के कारण मार्केट में अस्थिरता बढ़ सकती है। - भारत का लॉन्ग-टर्म स्टोरी क्या है?
भारत में यंग पॉपुलेशन और ग्रोथ पोटेंशियल के कारण यह लॉन्ग-टर्म में एक बेहतरीन इन्वेस्टमेंट ऑप्शन है। - पिछले 6 महीनों में मार्केट में क्या बदलाव आए हैं?
साइक्लिकल डायनामिक्स और ग्लोबल चैलेंजेस के कारण मार्केट में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। - क्या 2025 में भारत में इन्वेस्ट करना सही रहेगा?
हां, भारत का ग्रोथ पोटेंशियल और डेमोग्राफिक एडवांटेज इसे एक बेहतरीन इन्वेस्टमेंट ऑप्शन बनाता है।
निष्कर्ष (Conclusion):
विवेक पॉल की राय के मुताबिक, 2025 में ग्लोबल मार्केट चुनौतियों से भरा हो सकता है, लेकिन भारत जैसे इमर्जिंग मार्केट्स में अवसर बने रहेंगे। इन्वेस्टर्स को लॉन्ग-टर्म प्लानिंग के साथ आगे बढ़ना चाहिए।
स्रोत (Source): BlackRock इन्वेस्टमेंट इंस्टीट्यूट, विवेक पॉल।