Latest News Sources:
- Moneycontrol – Nandan Nilekani on Aadhaar & Deepfake
- The Economic Times – Digital Arrest Scams in India
- Business Standard – DPDP Act & AI Regulation
- Livemint – Biometric Tech Market Growth
Digital Dhokhe का नया ट्रेंड: ‘डिजिटल अरेस्ट’
नंदन नीलेकणी ने AIMA सेशन में बताया कि भारत दुनिया का इकलौता देश है जहां “डिजिटल अरेस्ट” नाम का फ्रॉड तेजी से फैल रहा है। इस स्कैम में ठग लोगों को फोन करके डराते हैं कि “आपके खिलाफ वारंट जारी है, पुलिस आपको गिरफ्तार करने आ रही है!” ऐसे में पीड़ित घबराकर ठगों को पैसे ट्रांसफर कर देते हैं। नीलेकणी के मुताबिक, इस डिजिटल धोखाधड़ी से लड़ने में आधार और DPDP Act अहम भूमिका निभा सकते हैं।
कैसे करेगा आधार Deep Fake और Digital Arrast रोकने में मदद?
नीलेकणी का कहना है कि आधार की बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन तकनीक से किसी भी व्यक्ति की लाइवनेस (जिंदा होने का सबूत) चेक की जा सकती है। जैसे:
- अगर कोई AI-Deepfake वीडियो बनाकर आपका रूप चुराए, तो आधार की लाइव फेस स्कैनिंग उसे पकड़ लेगी।
- डिजिटल अरेस्ट के केस में, वास्तविक अधिकारी आधार के जरिए खुद को वेरिफाई कर सकते हैं, ताकि लोग फर्जी कॉल्स से बच सकें।
AI Scams vs Tech Savdhan: मार्केट पर क्या पड़ेगा असर?
नीलेकणी ने DPDP Act को AI मॉडल्स के गलत इस्तेमाल पर लगाम लगाने वाला बताया। इससे टेक सेक्टर में निवेशकों को क्या फायदे होंगे?
1. साइबर सुरक्षा कंपनियों का बढ़ेगा दबदबा
Deep Fake और Online Fraud बढ़ने से साइबर सिक्योरिटी फर्म्स जैसे Quick Heal, TCS की डिमांड बढ़ेगी। ग्लोबल मार्केट में साइबर सिक्योरिटी का बाजार 2025 तक $300 बिलियन पार करने का अनुमान है (Livemint)।
2. बायोमेट्रिक टेक में निवेश के मौके
आधार जैसी सिस्टम्स के लिए बायोमेट्रिक सॉल्यूशंस बनाने वाली कंपनियां जैसे Infosys, Wipro को नए प्रोजेक्ट्स मिल सकते हैं।
3. DPDP Act से डेटा गवर्नेंस कंपनियों को फायदा
डेटा प्रोटेक्शन कानून लागू होने पर क्लाउड सर्विस प्रोवाइडर्स (AWS, Azure) और डेटा ऑडिट फर्म्स का रेवेन्यू बढ़ेगा।
4. AI Regulation से टेक स्टॉक्स में उतार-चढ़ाव
जिन कंपनियों के AI मॉडल्स DPDP के नियमों में फिट नहीं होंगे, उनके शेयर्स में गिरावट आ सकती है।
निवेशकों के लिए 4 बड़े टेक-ट्रेंड्स (2024)
- साइबर इंश्योरेंस पॉलिसीज की डिमांड – बीमा कंपनियां जैसे ICICI Lombard नए प्रोडक्ट्स लॉन्च कर रही हैं (Economic Times)।
- भारत में बायोमेट्रिक मार्केट 18% CAGR से बढ़ेगा – 2026 तक ₹25,000 करोड़ पहुंचने का अनुमान (Business Standard)।
- AI Ethics कंसल्टेंसी का उदय – स्टार्टअप्स जैसे Fractal Analytics को निवेशकों से फंडिंग मिल रही है।
- डिजिटल इडेंटिटी सॉल्यूशंस की होड़ – Paytm, PhonePe जैसे फिनटेक्स नए फीचर्स ला रहे हैं।
Aadhaar Suraksha: क्या ये टेक्नोलॉजी भरोसेमंद है?
कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि आधार के डेटा लीक का खतरा बना हुआ है, लेकिन नीलेकणी इसे “दुनिया का सबसे सिक्योर आईडेंटिटी सिस्टम” बताते हैं। निवेशकों को ट्रैक करना चाहिए:
- UIDAI की नई टेक्नोलॉजी अपडेट्स (जैसे फेशियल रिकग्निशन)।
- सरकार का डेटा प्रोटेक्शन पर खर्च (2024 बजट में ₹500 करोड़ आवंटित)।
निष्कर्ष: सतर्क निवेश है जरूरी
Deep Fake और Digital Arrast जैसे साइबर खतरे बढ़ने से टेक सेक्टर में नए अवसर पैदा होंगे, लेकिन निवेशकों को DPDP Act के कॉम्प्लायंस और कंपनियों के टेक इनोवेशन पर नजर रखनी होगी। बायोमेट्रिक और साइबर सिक्योरिटी स्टॉक्स पर फोकस करें, लेकिन शॉर्ट-टर्म वोलैटिलिटी के लिए तैयार रहें!