Trump and Zelensky ki news conference cancel hone ke baad bazaar par kya hoga asar? Jaaniye geopolitical tanaav, US-Ukraine deal, aur market trends ka विस्तृत विश्लेषण। CNN के साथ ताजा खबरें पढ़ें।
Trump and Zelensky ki News Conference Cancel: Bazaar par Kyu Hoga Earthquake? जानिए कैसे बदलेगा निवेश का गणित
(Trump and Zelensky news conference canceled after heated meeting, US-Ukraine deal impact, Geopolitical tension market effect)
स्रोत: CNN
क्या हुआ था व्हाइट हाउस में? झगड़े की पूरी कहानी
28 फरवरी 2025 को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के प्रेसिडेंट ज़ेलेंस्की के बीच व्हाइट हाउस में जमकर तूफान बरपा। ट्रंप ने ज़ेलेंस्की को “अनकूल” बताते हुए डील पर दबाव बनाया, जबकि ज़ेलेंस्की ने रूस के खिलाफ यूक्रेन की लड़ाई में अमेरिकी सहायता को लेकर आग उगली। आखिरकार, दोनों नेताों की joint news conference रद्द कर दी गई। ट्रंप ने ट्वीट किया: “ज़ेलेंस्की वापस आ सकते हैं जब शांति के लिए तैयार होंगे।”
यूक्रेनी सैन्य अधिकारियों का गुस्सा: “Trump की डील से हमें कोई लेना-देना नहीं!”
CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेनी सेना के अधिकारियों ने ट्रंप-ज़ेलेंस्की झगड़े पर तीखी प्रतिक्रिया दी। एक अधिकारी ने कहा, “हम रूस को ज़ापोरिज़हिया और खेरसॉन जैसे शहर क्यों दें? Trump को फर्क नहीं पड़ता—वो तो पुतिन के एजेंडे पर चल रहे हैं।”
Market Trends पर क्या पड़ेगा असर? 4 बड़े नुकसान-फायदे
निवेशकों के लिए ये सवाल अहम है: “Trump और Zelensky की डील टूटने से मेरे पोर्टफोलियो में क्या उथल-पुथल होगी?” आइए जानते हैं एक्सपर्ट्स की राय और ताजा ट्रेंड्स:
1. डिफेंस सेक्टर के शेयरों में उछाल
CNN के अनुसार, अमेरिका-यूक्रेन डील टूटने से यूरोप में रक्षा बजट बढ़ने की उम्मीद। Lockheed Martin (LMT), Raytheon (RTX) जैसी कंपनियों के शेयरों में 3% की बढ़त दर्ज। विश्लेषकों का कहना है: “युद्ध लंबा खिंचेगा तो हथियारों की मांग बढ़ेगी।”
2. रेयर अर्थ मिनरल्स के दामों में उतार-चढ़ाव
ट्रंप-ज़ेलेंस्की डील में यूक्रेन के खनिज संसाधनों (टाइटेनियम, लिथियम) का मुद्दा अधूरा रहा। Commodity मार्केट में अस्थिरता का डर। Goldman Sachs की रिपोर्ट: “यूक्रेन के खनिज निकालने में अब 5-7 साल लगेंगे, निवेशकों को patience रखना होगा।”
3. टेक सेक्टर में गिरावट की आशंका
रूस-यूक्रेन युद्ध के बढ़ने से सैन्य AI और साइबर सुरक्षा पर खर्च बढ़ेगा, लेकिन semiconductor चिप्स की सप्लाई चेन फिर से प्रभावित हो सकती है। Intel (INTC) और TSMC (TSM) के शेयरों में 1.5% गिरावट।
4. NOAA की लेबर कटौती: पर्यावरण टेक को झटका
ट्रंप प्रशासन ने National Oceanic and Atmospheric Administration (NOAA) में 800 कर्मचारियों की छंटनी की। Clean energy और climate tech startups के शेयरों (जैसे Tesla – TSLA) में 2% गिरावट। विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं: “ये कटौती hurricane पूर्वानुमान को कमजोर करेगी, बीमा कंपनियों को नुकसान।”
निवेशक क्या करें? एक्सपर्ट्स के 3 गोल्डन टिप्स
- Short-Term में बचाव की रणनीति: Geopolitical uncertainty के चलते Gold (सोना) और USD में निवेश बढ़ाएं।
- Defense ETFs में opportunity: iShares U.S. Aerospace & Defense ETF (ITA) जैसे ऑप्शन्स पर नजर रखें।
- Long-Term के लिए Minerals पर दांव: यूक्रेन के rare earth minerals पर नजर। MP Materials (MP) और Lynas Rare Earths (LYC) जैसे स्टॉक्स watchlist में शामिल करें।
क्या कहता है इतिहास? ट्रंप के पहले कार्यकाल से सीख
2017-2020 में ट्रंप के North Korea और Iran पर ट्वीट्स ने बाजारों को हिला दिया था। उस दौरान S&P 500 में 5% तक गिरावट देखी गई, लेकिन tax cuts और deregulation ने बाद में रिकवरी दिलाई। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस बार यूक्रेन संकट ज्यादा गहरा हो सकता है, क्योंकि यूरोपीय बाजार पहले से ही मंदी के कगार पर हैं।
अंतिम बात: “शांति डील” या “मार्केट का भूकंप”?
Trump और Zelensky के बीच टकराव ने global markets को फिर से geopolitical risk के मूड में धकेल दिया है। निवेशकों को अगले 2-3 हफ्तों में Fed की ब्याज दरों, यूरोपीय सेंट्रल बैंक के फैसलों और रूस के कदमों पर नजर रखनी होगी। जैसा Warren Buffett कहते हैं: “बाजार के डर के समय समझदारी से खरीदारी करो।”
(News Sources: CNN Politics, Goldman Sachs Report, Bloomberg Markets