Share Market: क्या FII के लौटने का वक्त आ गया है? एक्सपर्ट्स की राय और मार्केट ट्रेंड्स

Satyendra Verma
Satyendra Verma

Share Market में FII की वापसी पर एक्सपर्ट्स की क्या राय है? जानिए ट्रंप टैरिफ, DII खरीदारी और मोदी-ट्रंप मीटिंग के असर का पूरा विश्लेषण। पढ़ें लेटेस्ट मार्केट न्यूज और निवेश टिप्

न्यूज सोर्सेज:

  1. Republic Biz: Trump-Modi Trade Announcements Impact
  2. CNBC TV18: FII/DII Trading Activity
  3. Economic Times: 13 Stocks Outperform FII Sell-Off
  4. ET Markets: FOMC Minutes & FII Impact

FII Sell-Off का मार्केट पर असर: क्या है एक्सपर्ट्स की राय?

पिछले कुछ महीनों से भारतीय शेयर बाजार में FII (विदेशी संस्थागत निवेशक) की बिकवाली का सिलसिला जारी है। फरवरी 13 तक, FII ने ₹24,889 करोड़ के शेयर बेचे, जबकि DII (घरेलू संस्थागत निवेशक) ने ₹21,655 करोड़ की खरीदारी कर बाजार को सपोर्ट दिया । मगर सवाल यह है: क्या FII के लौटने का वक्त आ गया है?

Mosaic Asset Management के मनीष डांगी कहते हैं, “FII के पास 160 देशों में निवेश के ऑप्शन हैं। 1990-2000 में उन्होंने भारत का 26% स्टॉक खरीदा, लेकिन पिछले 10 सालों से उनका पैसा यहां नहीं आया। अब भी नेट FII इनफ्लो की उम्मीद कम है।”

वहीं, Piper Serica के अभय अग्रवाल का मानना है कि “निवेशक तभी लौटेंगे जब उन्हें अच्छे रिटर्न की संभावना दिखेगी। हमें अपनी कंपीटिटिवनेस बढ़ानी होगी।”


FII vs DII: घरेलू निवेशकों ने कैसे संभाला बाजार?

FII की बिकवाली के बावजूद, DII की खरीदारी ने मार्केट को गिरने से बचाया है। जनवरी 2025 में FII ने ₹50,912 करोड़ की रिकॉर्ड बिकवाली की, लेकिन DII ने ₹29,447 करोड़ की खरीदारी से सेंटीमेंट सपोर्ट किया ।

Key Points:

  • DII का रोल: बैंकिंग और IT सेक्टर में खरीदारी से मार्केट को स्टेबिलिटी मिली ।
  • FII का एक्जिट: अमेरिकी बॉन्ड यील्ड (4.5%) और डॉलर की मजबूती ने FII को भारत से पैसा निकालने पर मजबूर किया ।

ट्रंप टैरिफ और मोदी-ट्रंप मीटिंग का क्या रहा असर?

ट्रंप प्रशासन के 25% स्टील टैरिफ और चीन से स्टील डंपिंग के डर ने मार्केट को झटका दिया। हालांकि, मोदी-ट्रंप की हालिया मीटिंग में ट्रेड डील्स पर चर्चा हुई, जिससे कुछ राहत की उम्मीद जगी है ।

एक्सपर्ट्स की राय:

  • अजय बग्गा (मार्केट एक्सपर्ट): “ट्रंप टैरिफ का असर अभी हाइपोथेटिकल है, लेकिन मार्केट ने ओवररिएक्ट किया है।”
  • सुगंधा सचदेवा (SS WealthStreet): “ग्लोबल ट्रेड टेंशन और FII एक्जिट के चलते मार्केट में वॉलैटिलिटी बनी रहेगी।”

क्या FII वापसी की उम्मीद करें? ये हैं 4 बड़े सिग्नल  FII Return ka Signal

  1. वैल्यूएशन में सुधार: लार्ज-कैप शेयरों का वैल्यूएशन ऊंचाई से नीचे आया है, जो FII को आकर्षित कर सकता है ।
  2. आरबीआई और सरकारी कोशिशें: रेपो रेट कटौती और इंफ्रास्ट्रक्चर स्पेंडिंग से ग्रोथ बढ़ने की उम्मीद ।
  3. कॉर्पोरेट अर्निंग्स: जून 2025 से कंपनियों के प्रदर्शन में सुधार का अनुमान ।
  4. ग्लोबल सेन्टीमेंट: अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में गिरावट और रुपए का स्टेबल होना FII को लौटा सकता है ।

निवेशकों के लिए 5 ज़रूरी टिप्स: कैसे बनाएं स्ट्रॉन्ग पोर्टफोलियो?

  1. लॉन्ग-टर्म फोकस: भारत की GDP ग्रोथ (6.4% FY25) और डेमोग्राफिक्स पर भरोसा रखें ।
  2. सेक्टर चुनाव: IT, बैंकिंग और FMCG जैसे डिफेंसिव सेक्टर में निवेश करें ।
  3. DII की तरह सोचें: मिड-कैप और स्मॉल-कैप शेयर्स में गिरावट का फायदा उठाएं ।
  4. गोल्ड को इग्नोर न करें: 2025 में गोल्ड ने 11% रिटर्न दिया है, जो इक्विटी से बेहतर है ।
  5. वॉलैटिलिटी के लिए तैयार रहें: शॉर्ट-टर्म में मार्केट उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है ।

लेटेस्ट मार्केट न्यूज: यहां देखें 4 बड़े अपडेट्स  Share Market Latest News

  1. ट्रंप-मोदी ट्रेड डील्स का असर (15 Feb): बाजार में उतार-चढ़ाव, FII ने ₹4,294 करोड़ की बिकवाली की ।
  2. FII/DII एक्टिविटी (13 Feb): FII ने ₹24,889 करोड़ बेचे, DII ने ₹21,655 करोड़ खरीदे ।
  3. 13 स्टॉक्स ने FII Sell-Off को मात दी (14 Feb): SRF, Bajaj Finance, Maruti समेत 13 कंपनियों ने 12-26% रिटर्न दिया ।
  4. FOMC मीटिंग का इंतज़ार (16 Feb): फेडरल रिजर्व के फैसले से मार्केट में उथल-पुथल की आशंका ।

FII की वापसी पर नज़र या DII पर भरोसा?

FII की वापसी के लिए भारत को वैश्विक निवेशकों को बेहतर रिटर्न और स्टेबल पॉलिसीज़ देनी होंगी। फिलहाल, DII और रिटेल निवेशक ही मार्केट की रीढ़ हैं। जैसा मोतीलाल ओसवाल के संदीपन रॉय कहते हैं, “FII निवेश लौटेगा, लेकिन उसके लिए GDP ग्रोथ और कॉर्पोरेट अर्निंग्स में सुधार ज़रूरी है।”

निवेश का मंत्र: “बाजार के शोर में न फंसें। लॉन्ग-टर्म ट्रेंड्स पर फोकस करें और सेक्टरल अवसरों को पकड़ें।”


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